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Q. साइकोफार्मेकोलॉजी को परिभाषित कीजिए। मनोराग दवाईयों का वर्गीकरण नर्सिंग प्रबंधन सहित कीजिए।
Define psychopharmacology. Classify the drugs with nursing management.
उत्तर- साइकोफार्मेकोलॉजी (Psychopharmacology)
औषधि विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत psychotropic drug अर्थात व्यक्ति के मानसिक व्यवहार को नियंत्रित करने वाली औषधि के प्रभावों व दुष्प्रभावों का अध्ययन किया जाता है साइकोफार्मेकोलॉजी कहलाती है।
Psychotropic ड्रग या औषधि वह ड्रग या रासायनिक पदार्थ है जिनका उपयोग व्यक्ति के व्यवहार व मानसिक क्रियाओं को नियंत्रित रखने व मनोरोगी के उपचार में किया जाता है।
मनो औषधियों का वर्गीकरण (Classification of Psychotropic Drugs) -
A. मनोविक्षिप्ति रोधक (Anti psychotics / Neuroletic drugs)
B. अवसाद रोधक (Antidepressants / anti manic drugs)
C. मनस्थिति स्थिर कर्ता (Mood stabilizer drugs)
D. चिंता विरोधक (Anti anxiety drugs)
E. एंटीपाइलैप्टिक ड्रग्स (Anti epileptic drugs)
F. एंटी पार्किन्सनस ड्रग्स (Anti parkinson's drugs)
A. मनोविक्षिप्ति रोधक औषधि
(Anti psychotic Drugs)
इन्हें neuroleptic drug, major tranquillizer drug भी कहा जाता है।
इन औषधियों का प्रयोग मुख्यतया विखण्डित मानसिक अवस्था, मनोविक्षेपिक अवसाद व bipolar disorder के उपचार हेतु प्रयुक्त किया जाता है।
संकेत (Indication) -
• विखण्डित मानसिक अवस्था (Schizophrenia)
सन्निपात (Delirium)
द्विध्रुर्वीय विकार (Bipolar disorder)
मनोभ्रंश (Dementia)
• भ्रांति मूलक विकार (Delusional disorder)
• मनोविक्षेपक अवसाद (Psychotic depression)
• Obsessive compulsive disorder, autism Paranoid disorder
प्रतिनिर्देश (Contraindication) -
• गर्भवती महिला को (Pregnant women)
3 (Child below 3 year age)
औषधि से एलर्जी वाले व्यक्ति को
• मिर्गीग्रस्त व्यक्ति को (epileptic person)
• Parkinson's disease and fan est
मनोविक्षिप्ति रोधक दवाईयां (Types of anti psychotics drugs) -
1. पारम्परिक या प्रथम पीढ़ी औषधि (Traditional or first generation anti psychotic drugs) -
(Mechanism of action) इन औषधियों का कार्य मस्तिष्क में डोपामाईन (dopamine) का स्तर कम करना होता है। यह anti-dopamine का कार्य करती हैं।
पार्श्व प्रभाव (Side effect) -
1. Anti Psychotic drug को निम्न के साथ नहीं दिया जाना चाहिए।
• Alcohol
Antihypertensive drug
Anticholinergic drug
2. न्यूरोलैप्टिक मेलिग्नाम्ट सिंड्रोम (Neuroleptic malignant syndrome (NMS) -
• चेतना की कमी (Loss of consciousness)
• शरीर के तापमान में वृद्धि (Hyperthermia)
• मांसपेशीय अकड़न (Muscular rigidity)
• रक्तदाब में परिवर्तन (Blood pressure change)
• श्वास में कठिनाई (Dyspnea )
3. अन्य पार्श्व प्रभाव (Other side effects) -
• मिर्गी के दौरे
. मुँह सूखना
• कब्ज
.. मूत्र का ठहराव
. दृष्टि में धुंधलापन
. नपुसंकता
पुतली का बड़ा होना।
भार में वृद्धि
मधुमेह व मधुमेह अम्लीयता
• पीलिया
• प्रकाश से संवेदनशीलता
• Dermatitis
बहुत अधिक सपने देखना
नर्सिंग प्रबंधन (Nursing Management ) -
1. Antipsychotic drug देने के पहले रोगी की सम्पूर्ण शारीरिक व मानसिक जाँच की जानी चाहिए।
2. रोगी की समय-समय पर EPS हेतु जाँच करनी चाहिए तथा लक्षणों को नोट कर उपचार हेतु नियमित Anti parkinsonism drug दी जानी चाहिए।
3. रोगी का भार चार्ट बनाकर नियमित भार का अवलोकन करें तथा उच्च प्रोटीन खुराक द्वारा भार संतुलन बनाए रखें।
4. Anti psychotic drug से नींद आती है अतः रोगी को ड्राईविंग से बचना चाहिए व सोते समय सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
5. नर्स द्वारा drug के direct contact से बचना चाहिए इससे contact dermatitis हो सकता है।
6. निरंतर रक्तचाप की जाँच की जानी चाहिए।
सावधानियाँ (Precautions) -
1. Antipsychotic drug के साथ alcohol, smoking, antacid, tea, coffee, cola आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए इससे रक्त औषधि स्तर कम होता है।
2. कब्ज व मूत्र अवरोधन प्रक्रिया हेतु भोजन में अधिक मात्रा में रेशेदार भोजन व पानी की अधिक मात्रा उपयोग में लानी चाहिए।
अवसाद रोधक औषधि
(Antidepressants Drugs)
इन्हें elevator या thymoleptic के नाम से भी जाना जाता है। इन औषधियों का प्रयोग मनस्पात को समाप्त करने के लिए किया जाता है।
(Indications) -
Generalized anxiety disorder
• गंभीर अवसाद (Major depression)
• ऑब्सेसिव कम्पल्सिव डिसऑर्डर (Obsessive compulsive disorder)
नींद में चलना (Somnambulism)
• रात का भय (Night terrors )
• नींद में पेशाब करना (Enuresis )
• भय या डर (Phobia)
• व्यक्तित्व विकार (Personality disorder)
निषेध (Contraindication) -
• हृदय संबंधी रोग (Cardiac disease)
• लिवर का रोग (Liver disease)
• उच्च रक्तपाच (Hypertension)
• पागलपन (Mania)
नैरो एंगल ग्लोकोमा (Narrow angle glaucoma)
औषधि के प्रकार (Types of Medicines) –
Class Generic Name Dose Trade Name
Tricyclic Antidepressant (TCA's)
Amitriptyline
Imipramine
Clomipramine
Selective Serotonin Reuptake Inhibitors (SSRI's)
Citalopram
Sertraline
Monoamine Oxidase Inhibitors(MAOI's)
Phenelzine
Isocarboxazid
Atypical new generation drug
Bupropion
Venlafaxine
क्रियाविधि (Mechanism of action) –
ये औषधियां कुछ विशेष न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को नियमित करती है। Ex- serotonin, nor-epinephrine यह औषधि इन रसायनों का स्तर बढ़ा कर mood को सामान्य बनाती हैं। Monoamine oxidose inhibitor एक विशेष एन्जाइम monoamine oxidose को रोककर nor-epinephrin के स्तर को बढ़ाने का कार्य करते हैं।
नर्सिंग प्रबंधन (Nursing Management) -
1. मरीज को antidepressant के साथ adrenergic drug नहीं दी जानी चाहिए।
2. रोगी के रक्तचाप की नियंत्रित जाँच की जानी चाहिए।
3. MAOI's drug के साथ tyramine amino acid युक्त खाद्य पदार्थ नहीं दिए जाने चाहिए जैसे- शराब, कॉफी, कोला, चॉकलेट, अचार, केला आदि।
4. रोगी के आत्महत्या संबंधी विचारों की तीव्रता की जाँच करनी चाहिए।
5. आत्महत्या संबंधी विचारों को रोकने हेतु black box warming तकनीक का उपयोग करना चाहिए।
6. रोगी का मुँह सूखने से बचाने के लिए अधिक मात्रा में तरल प्रदान करना चाहिए।
7. रोगी को सोते समय दवाई दें ताकि निद्राल व चक्कर की समस्या उत्पन्न न हो व रोगी को चोट से बचाया जा सके।
8. रेशेदार भोजन द्वारा कब्ज को रोकने का प्रयास करें।
9. उत्पन्न पार्श्व प्रभावों को जल्द पहचान कर उनका उपचार करें।
मन स्थिति स्थिर कर्ता
(Mood Stabilizer Drugs)
इन्हें उन्माद विरोधी औषधि (anti manic drug) भी कहा जाता है। इस औषधि का प्रयोग उन्माद व द्विधुव्रीय विकारों में उत्पन्न hyperactivity epicode को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
संकेत (Indications) -
• Mania
Bipolar disorder
⚫ Border line personality disorders
निषेध (Contraindications) -
⚫ Cardiovascular disease
⚫ Liver and kidney disease
Pregnancy
औषधियों के प्रकार (Types of Medicine) -
औषधियों की क्रियाविधि (Mechanism of Action) ये औषधिया उन्माद विकार में मस्तिष्क में बढ़े हुए catecholamine के स्तर को सामान्य करने का कार्य करती है। उदाहरण-dopamine, serotonin acetycholine GABA.
पार्श्व प्रभाव (Side effects) -
• Gastrointestinal irritation
• थकावट
• हाथ-पैर में कम्पन होना
• अधिक मूत्र का बनना।
Hypothyroidism
• मांसपेशियों की कमजोरी
• अत्यधिक प्यास लगना
Hypokalemia
• असामान्य ECG (T-wave inverted)
• उल्टी दस्त लगना
विषाक्तता (Lithium toxicity)
नर्सिंग प्रबंधन (Nursing Management) -
1. Lithium therapy के साथ सोडियम व पानी पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए जिससे lithium toxicity होने से रोका जा सके।
2. शरीर के भार व odema के लक्षणों को नियमित जाँच की जानी चाहिए।
3. Lithium therapy के दौरान नियमित रक्त lithium स्तर जाँचा जाना चाहिए। यह सामान्यता (5-1.5MEq/L) होता है।
4. Lithium therapy से उत्पन्न दुष्प्रभावों की जानकारी रिकार्ड कर चिकित्सक को देनी चाहिए व आवश्यक उपचार प्रदान किया जाना चाहिए।
5. Lithium therapy को diuretics के साथ नहीं देना चाहिए इससे रक्त में जल का स्तर घटकर lithium toxicity बढ़ा सकता है।
6. Anti manic drugs भोजन के बाद दी जानी चाहिए जिससे इनको भोजन व पाचक एन्जाइमों से बचाया जा सके।
7. यदि महिला स्तनपान करवाती है तो दूध की जाँच की जानी चाहिए। Anti manic drugs दूध में पाए जाने पर स्तनपान बंद करवा देना चाहिए।
एंटी एंजाइटी ड्रग
(Anti anxiety drugs)
इन्हें minor tranquilizer, anxiolytic, hypno, sedative भी कहा जाता है। इन औषधियों का प्रयोग चिंता विकार में नींद को प्रेरित कर रोगी की व्याकुलता को शांत करने के लिए किया जाता है।
संकेत (Indications) -
• Panic anxiety disorder
• Generalised anxiety disorder
Phobic anxiety disorder
Dissociation compulsion disorder
Obsession compulsion disorder
• Somnambulism
• Pre anesthetic drug
निषेध (Contraindications) -
History of drug addiction and alcohol addiction
• Liver disease
Sleep disturbance
दवाईयों के प्रकार (Types of Medicines) -
Benzodiazepine (BDZ) - इन्हें औषधि के प्रभाव के आधार पर तीन वर्गों में बांटा जाता है-
क्रियाविधि (Mechanism of Action ) –
इन औषधियों का प्रयोग मस्तिष्क के निषेधात्मक न्यूरो ट्रांसमीटर gamma amino butyric acid के स्तर को बढ़ाकर तंत्रिकीय क्रियाशीलता को कम करने के लिए किया जाता है। इससे व्यक्ति में व्याकुलता का स्तर घटता है।
पार्श्व प्रभाव (Side Effects) -
• अवसाद
• थकावट
धुंधला दिखाई देना
• वास्तविकता से अज्ञानता
• शरीर में दर्द, कमजोरी
• दस्त, उल्टी
• मतिभ्रम
• पेटदर्द
• श्वास लेने में कठिनाई
नर्सिंग प्रबंधन (Nursing Management ) -
1. औषधि प्रारम्भ करने से पूर्व रोगी का औषधि इतिहास संग्रहित कर लेना चाहिए।
2. रोगी को औषधि से संबंधित जानकारी प्रदान कर गलत धारणाओं को दूर करना चाहिए।
3. अत्यधिक मात्रा का प्रयोग नहीं करने देना चाहिए।
4. औषधि से उत्पन्न प्रभावों व दुष्प्रभावों की जानकारी चिकित्सक को प्रदान करनी चाहिए।
5. निद्राकार औषधि का प्रयोग ड्राइविंग के समय व alcohol के साथ न करें।
6. औषधि के बाद चाय, कॉफी या stimulant का उपयोग न करें।
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