GNM First Year Behavioural Science, Psychology Notes In Hindi, Memory, Types Of Memory

 Hello Dear,

Welcome Back To New Post GNM First Year Notes In Hindi Psychology Notes In Hindi GNM 1st Year Behavioural Science Important Questions Answer Notes In Hindi.

आज आप सभी के बीच में GNM First Year के एक महत्त्वपूर्ण प्रशन के ऊपर चर्चा किया गया हैं जो आप सभी को नीचे देखने को मिलेगा। जिस प्रशन का नाम है Memory यानी स्मृति जो आप सभी के लिए महत्त्वपूर्ण हैं जिससे संबंधित दो से तीन प्रशन आ सकते हैं तो चलिए सभी को एक एक करके नीचे देखते हैं और साथ में सबसे नीचे इसका PDF भी दिया गया है।



Q. स्मृति से क्या आशय है? इसे परिभाषित कीजिए।

 What is memory ? Define it.

उत्तर- स्मृति (Memory) - स्मृति एक मानसिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अनुभव किए गए उद्दीपकों अथवा सीखे गए अनुभवों को मस्तिष्क में संग्रह करके रखता है तथा आवश्यकता पड़ने पर इन उद्दीपकों तथा अनुभवों को चेतन मन में लाता है। जैसे - छात्र द्वारा याद किए गए प्रश्न को परीक्षा में पूछने पर उत्तर लिखना ।


परिभाषाएँ (Definitions) - 

आइजनेक के अनुसार - 

स्मृति व्यक्ति की वह योग्यता है जिसके द्वारा वह पहले अधिगम की हुई प्रक्रियाओं से सूचना एकत्रित करना है फिर इस सूचना को विशिष्ट उत्तेजनाओं के प्रत्युत्तर में पुनरोत्पादिक करता है। 


वुडवर्थ के अनुसार - सीखे हुए अनुभवों के सीधे उपयोग को स्मृति कहते हैं।


हिलगार्ड एवं एटकिन्स के अनुसार :- 

पहले सीखे गए अनुभवों व अनुक्रियाओं को वर्तमान समय में व्यक्त या प्रदर्शित - करना ही स्मरण या स्मृति है। 


स्मृति को विधिवत तरीके से समझने के लिए इसकी विभिन्न अवस्थाओं को समझना आवश्यक है। स्मृति में निम्न चार प्रक्रियाएँ सम्मिलित होती हैं-


1. सीखना (Learning)

2. प्रतिधारण (Retention)

3. पुनः स्मरण (Recall)

4. पहचान (Recognition)


1. सीखना (Learning) 

सीखना या अधिगम स्मृति की प्रथम प्रक्रिया है जब भी व्यक्ति कुछ अनुभव करता है या - अभ्यास करता है तो यह चिन्ह व्यक्ति के मस्तिष्क पर छाप छोड़ जाते हैं जिन्हें आवश्यकता पड़ने पर व्यक्ति पुनःस्मरण कर लेता है इसे ही सीखना कहते हैं।


2. प्रतिधारण (Retention) 

यह स्मृति की दूसरी प्रक्रिया है। जब स्मरण शक्ति की छाप मस्तिष्क पर पड़ती है तो तंत्रिका - तंत्र उसे मस्तिष्क में सुरक्षित कर लेता है इसे ही प्रतिधारण कहते हैं। यह स्थायी व अस्थायी हो सकता है।


3. पुनः स्मरण (Recall) पुनःस्मरण स्मृति की तीसरी प्रक्रिया है। इसमें व्यक्ति द्वारा पूर्व में किए गए अनुभवों व अभ्यासों जोकि स्मृति चिन्हों के रूप में मस्तिष्क में सुरक्षित हैं को दोबारा याद कर दोहराने की प्रक्रिया को ही पुनःस्मरण कहा जाता है।


4. पहचान (Recognition) - 

यह स्मृति की अंतिम प्रक्रिया है, पहचान एवं पुनः स्मरण आपस में संबंधित हैं। यदि स्मरण की गई विषय-वस्तु वही है जिसका स्मरण किया जाता है तो उसे पहचान कहते हैं।


GNM First Year Notes In Hindi, Hindi Nursing Notes GNM First Year, Psychology Notes In Hindi, Hindi Notes GNM First Year, All Important Questions Answer GNM First Year Notes In Hindi, Psychology Notes.


प्रश्न . स्मृति के प्रमुख प्रकारों का वर्णन कीजिए।

Describe the main types of memory.


उत्तर- मनोवैज्ञानिकों के अनुसार स्मृति को अवधि के आधार पर तीन भागों में बाँटा गया है—


1. तात्कालिक स्मृति (Immediate Memory)

2. अल्पकालिक स्मृति (Short term Memory)

3. दीर्घकालीन स्मृति (Long term Memory)


1. तात्कालिक स्मृति ( Immediate Memory) - 

.ऐसी स्मृति जो व्यक्ति को कोई वस्तु या विषय अवबोधन (perception) के तुरंत बाद उसे स्मरण करने में सहायता करती है तात्कालिक स्मृति या संवेदी स्मृति कहलाती है। इसका अवरोधन समय बहुत कम होता है प्राय: 1 सैकेण्ड का या इससे भी कम इस स्मृति में किसी भी वस्तु को थोड़ी ही देर के लिए याद रखा जाता है।


2. अल्पकालिक स्मृति (Short Term Memory) 

यह स्मृति का वह प्रकार है जिसमें सूचनाओं को 15-30 सैकण्ड तक संचित करके रखा जा सकता है। यह कम मात्रा की जानकारी को संग्रहित करती है।


3. दीर्घकालीन स्मृति (Long Term Memory) - 

यह स्मृति का वह रूप है जिसमें सूचनाओं को लंबे समय तक स्मरण रखने की क्षमता होती है। इसकी अवधि दिन, महीने, साल और पूरे जीवनकाल भी हो सकती है। दीर्घकालीन स्मृति की सहायता से हम किसी सूचना व जानकारी को लंबे समय तक संग्रहित कर सकते हैं व समय पर उसे उपयोग भी कर सकते हैं।


प्रश्न . स्मृति को प्रभावित करने वाले कारक लिखिए।

Write down the factors affecting memory.

अथवा

स्मृति में सुधार करने के कौन-कौन से तरीके हैं?

What are the methods to improve memory?


उत्तर- स्मृति की प्रक्रिया को कई स्थितियां प्रभावित करती हैं जिनमें से कुछ सकारात्मक एवं कुछ नकारात्मक होती हैं। कुछ सकारात्मक दशाएं, जो स्मृति को बढ़ाती हैं, निम्न हैं-


1. स्मृति सामग्री का स्वरूप (Form of Memory Material) - स्मृति सामग्री की निम्न विशेषताएं, जो स्मृति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं-


(a) सामग्री की स्पष्टता (Clarity of Material) – स्मृति में लाई जाने वाली सूचनाएं जितनी स्पष्ट होंगी, स्मृति - उतनी ही अच्छी होगी।


(b) उत्तेजना की ताजगी (Freshness of Excitation) - ताजे अनुभव या सूचनाएं अधिक समय तक स्मृति में रहती हैं।


(c) उत्तेजना की सार्थकता (Meaningfulness of Excitation ) - सार्थक सूचनाएं या अनुभव अधिक समय तक स्मृति में रहते हैं. जबकि निरर्थक (baseless) सूचनाएं जल्दी समाप्त हो जाती हैं।


(d) उत्तेजना की तीव्रता और अवधि (Duration and Intensity of Excitation) तीव्र उत्तेजना की अवधि - कम समय तक रहने वाली उत्तेजना की अपेक्षा स्मृति में अधिक समय तक रहती है।


(e) स्मृति सामग्री की मात्रा (Quantity of Memory Material) - स्मृति-सामग्री की मात्रा जितनी अधिक होगी,


उनकी धारण क्षमता उतनी ही कम होगी और इसके विपरीत स्मृति सामग्री की मात्रा जितनी कम होगी, धारण क्षमता उतनी ही अधिक होगी।


2. अभ्यास (Exercise) - किसी भी विषय सामग्री को स्मृति में लाने के लिए जितना अधिक बार अभ्यास किया जाएगा. उस विषय सामग्री के प्रति स्मृति में धारण क्षमता उतनी ही अधिक बढ़ती जाएगी।


3. याद करने की विधियां (Method of memorising ) - स्मृति पर सीखने की विधियों का भी प्रभाव पड़ता है। स्मृति की प्रक्रिया में पूर्ण विधि की अपेक्षा अंश विधि तथा निष्क्रिय विधि की अपेक्षा सक्रिय विधि ज्यादा प्रभावी होती है। इसी प्रकार अन्तराल रहित विधि की जगह अन्तरालयुक्त विधि अधिक उपयोगी होती है। 


4. ध्यान (Attention) - किसी विषय सामग्री पर जिनता अधिक ध्यान दिया जाएगा, उसकी स्मृति में पैठ (setting) उतनी ही अच्छी होगी।


5. उद्देश्य (Objectives) - यदि विषय सामग्री को किसी उद्देश्य की प्राप्ति को ध्यान में रखकर याद करने का प्रयास किया जाता है तो उसकी धारिता (capturing power) भी अधिक होती है।


6. मानसिक समीक्षा (Mental analysis) - यदि किसी विषय सामग्री की मानसिक समीक्षा करके उसे याद किया जाए तो उसकी स्मृति दीर्घावधि होती है।


7. विषय-सामग्री के प्रति रुचि (Interest towards the Subject matter) - यदि विषय सामग्री याद करने के लिए रुचिकर है. तो ऐसी सामग्री की स्मृति-धारिता अधिक होती है।


Nursing notes in Hindi, Nursing Hindi PDF Download, GNM First Year Notes In Hindi, PDF Download GNM First Year, Hindi Notes GNM First Year Psychology, Psychology Notes In Hindi, Memory Types, Factors Affecting Of Memory, Improve Of Memory.


Download PDF:- Click Here